स्वच्छ भारत नाम सुनने से ही पता चलता है कि यह हमारे देश से जुड़ी हुई है | स्वच्छ भारत एक अभियान है जो कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने चलाई है | हमारे प्रधानमंत्री जी का यह विश्वास है कि हमारा देश भी साफ सुन्दर और स्वच्छ बन सकता है | यह अभियान पांच सालों के लिए रखा गया है | इसके तहत बहुत सारे नागरिक अपना कर्त्तव्य निभा रहे हैं | यह हर स्कूल, कॉलेज, गॉंव और शहर में प्रचलित हो गया है | यह अभियान सन 2014 से सन 2019 तक चलेगा| इन्ही पांच सालों के अन्दर हमारा स्वच्छ और सुन्दर भारत बनेगा |
स्वच्छ भारत का यह मतलब नहीं है कि हम एक झाड़ू पकड़ कर रास्ते मे, पार्क में , गली मोहल्लों में झाड़ू करें | इसका मतलब यह है कि हमें अपनी व्यक्तिगत साफ-सफाई पर ध्यान देना होगा | हर नागरिक जब साफ सफाई रखेगा तो हमारा देश अपने आप ही स्वच्छ बन जाएगा | इस देश का हर व्यक्ति अगर अपना घर, अपने आस-पास के वातावरण को साफ रखेगा तो गन्दगी से उत्पन्न होने वाली बीमारियों का भी अंत होगा और हमारा देश एक स्वस्थ देश के नाम से भी जाना जाएगा | आजकल हम देखते हैं कि कुछ सरकारी अफसर कभी पार्क में, कभी मोहल्लों में, और कभी रास्ते पर एक झाड़ू लगाते हैं और अपनी फोटो खिंचवा कर अख़बारों, टी. वी. चैनलों पर दिखाते हैं कि हम देश को स्वच्छ रखते हैं और हम अपने देश के प्रति कितने समझदार हैं | क्या यही है स्वच्छ भारत अभियान ? कि हम जहाँ-तहाँ जाकर झाड़ू लगा दिए और हमारा कर्त्तव्य देश के प्रति पूरा हो गया | क्या हम इतना ही अपने भारत देश के लिए कर सकते हैं ? हमारे देश को आज़ाद करने के लिए कितने ही महापुरूषों ने अपने प्राणों की बलि दी | क्या येही है वो भारत जिसका सपना नेहरु जी ने देखा था ? आज हम बड़ी बड़ी इमारतें खडी कर सकते हैं बहुत से कारखाने चला रहे हैं | जब हमारा देश ही साफ और स्वच्छ नहीं रहेगा तोह हमारे इस उपलब्धि का क्या मतलब रह जाएगा ?
स्वच्छता हमारे लिए बहुत बड़ी बात है | अगर हम आस पास के वातावरण को साफ सुन्दर और स्वच्छ रखेंगे तो हमें ढेर सारी बीमारियों का शिकार नहीं होना पड़ेगा | हमारे देश में ज्यादातर मौत बीमारियों से ही होतीं हैं | दुनिया में जितने भी देश हैं वे सभी साफ सुथरे रहते हैं | इस कारण हमारे भारत में आधे से अधिक लोग बीमारी के शिकार होते हैं | हम जब बीमारियों के बारे में बात कर रहें हैं तब हमें यह भी जानना चाहिए कि यह बीमारी आते कहाँ से है | जब हम जगह-जगह पानी जमा होने के लिए छोड़ देते हैं ,तब उस पानी से मच्छर पैदा होते हैं जो मच्छर हमारे बीच मलेरिया नामक बीमारी उत्पन्न करते हैं | इसलिए हमें जगह- जगह पानी का जमाव नहीं होने देना चाहिए | हमें बाहरी, बिना ढकी चीजें भी नहीं खानी चाहिए , इनसे भी बहुत बीमारीयाँ होती हैं |
अगर हमें स्वच्छ भारत चाहिए तो हमें भी व्यक्तिगत साफ-सफाई पर अवश्य ही धयान देना चाहिए | हमें प्रतिदिन स्नान करना चाहिए | हमारे नाखूनों कि सफाई पर भी ध्यान देना चाहिए | हमें अछे और साफ कपडे पहनने चाहिए |
अगर हमारा भारत स्वच्छ होगा तो हम बहुत तरह कि बीमारियों से बा सकते हैं और हम अपने और दूसरों के भविष्य को सुधर सकेंगे अगर हम सभी खुद को स्वच्छ रखने कि कोशिश करें तो एक दिन ऐसा होगा कि हम स्वच्छ भारत का सपना पूरा कर पाएंगे | 125 करोड़ भारतीयों के लिए जब सरकार योजना बनती है तो पूरी तरह धरातल पर नहीं उतर पाती लेकिन अगर हर एक भारतीय अपने आस पास साफ सफाई का ध्यान रखे , वह अपना काम सफाई कर्मचारी पर न छोड़कर खुद करे तो हम एक स्वच्छ भारत कि कल्पना कर सकते हैं | हमारे भारत में जब पर्यटक आते हैं तो उन्हें हर तरफ गन्दगी देखने को मिलती है | लेकिन उनके देश में सफाई पर बहुत धयान दिया जाता है | हम उनकी बराबरी कर सकते हैं , जब हम सारे क्षेत्रों में दुसरे देशों से बराबरी कर सकते हैं | तब निश्चित ही साफ सफाई के शेत्र में भी दूसरे देशों से बराबरी कर सकते हैं | तभी हमारे यहाँ आने वाले पर्यटक यहाँ दुबारा आना चाहेंगे | हमारे प्रधानमंत्री ने जो स्वच्छ भारत का सपना देखा है वह सपना पूरा हो पाएगा | हमारा कर्त्तव्य है कि हर एक भारतीय नागरिक मिलकर भारत को स्वच्छ बनाने में मदद करें |
हमारी पृथ्वी हरे भरे पेड़ पौधों से भरी हुई है | अगर हमें इस हरी भरी पृथ्वी को बरक़रार रखना है तो इसके आस पास के वातावरण को साफ रखना पड़ेगा | पेड़ – पौधे हमारे वातावरण को साफ रखने में हमारी मदद करते हैं | कुछ पेड़ पौधे तो हमें बीमारियों से बचने में भी मददगार है | आजकल हम बड़ी बड़ी इमारतें और कल-कारखानों का उद्घाटन कर रहे हैं | इसके लिए हमें बहुत सारे पेड़ पौधों को काटना भी पड़ रहा है |
हमारे देश में नगर निगम कि सुविधा है | नगर निगम कि तरफ से हर घर को दो बाल्टियाँ दी जाती हैं ताकि हर कोई अपना घर का कूड़ा उसी बाल्टी में रखें और और जब नगर निगम की गाड़ी सुबह कचड़ा उठाने आती है तो हमें उसी बाल्टी में कचड़ा नगर निगम कि सफाई कर्मचारी को देना चाहिए | हमें हमेशा कचड़े के डिब्बे को ढककर रखना चाहिए ताकि मच्छर और मक्खी पैदा न हो सके | हमें हमेशा कचरे को कूड़ादान में ही फेकना चाहिए | नगर निगम ने जगह जगह पर कूड़ादान और शौचालय की सुविधा दी है | हर घर में कूड़ादान और शौचालय है उसी का प्रयोग करना चाहिए | कहीं खुले में हमें शौच नहीं करना चाहिए | नगर निगम ने इसकी सुविधा शहर में दी है | आजकल गाँव में भी हर किसी के घर शौचालय हो सकता है | हमें उसी का प्रयोग करना चाहिए | अगर हम शौचालय का प्रयोग नहीं करेंगे तो हमारे आस पास बहुत सरे मच्छर और मक्खी हमारे खान पान पर बैठ कर उनको दूषित करेंगे | हमें कम से कम गन्दगी फैलानी चाहिए और जितना हो सके हमें कचरे को साफ करना चाहिए |
स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ और 2019 को ख़त्म होगा | इस अभियान के कारण हमें 2019 में एक स्वच्छ भारत देखने को मिलेगा | इस अभियान में इस देश के बड़े- बड़े नेता और अधिकारी शामिल हुए हैं | हमारे टी.वी. के सुप्रसिद्ध नायक और नायिका भी इस अभियान के तहत जुड़े हुए हैं | हमारा कर्त्तव्य है कि हम भी इस अभियान के तहत जुड़ें और अपने भारत को साफ और स्वच्छ बनाने में मदद करें | हमारे राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी भी चाहते थे कि हमारा देश साफ , स्वच्छ और सुन्दर बने | गाँधी जी अपना सारा काम स्वयं करते थे और हमें भी करने की प्रेरणा देते थे | वे किसी दूसरे पे आश्रित नहीं रहते थे | हमें उनसे प्रेरणा लेकर उनकी सिखाई गयी बातों का पालन करना चाहिए और उनकी सिखाई बातों पर चलना चाहिए |
हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश को एक साफ , स्वच्छ और सुन्दर भारत बनाएं | हम यह कसम खाएं कि आज से कचड़ा कूडादान में ही डालेंगे और इधर उधर नही फेकेंगे |
अमीषा शर्मा
संत अन्ना बालिका उच्च विद्यालय राँची |
अंतिम बार संशोधित : 2/21/2020
इस पृष्ठ में बिहार राज्य में अदरक की वैज्ञानिक खेत...
इस पृष्ठ पर दिव्यांगजन से सम्बंधित आलेख अधिकार आधा...
इस भाग मैं स्वच्छ भारत मिशन की जानकारी दी गई है।
इस पृष्ठ में बिहार के प्रखंड संझोली जो पहला शौच मु...