इस भाग में मानव अंगदान की प्रक्रिया एवं उससे जुड़ी अन्य जानकारी दी गयी है|
इस वीडियो में बताया गया है कि कैसे हम अपने अवचेतन मन या सबकॉन्शियस माइंड को काबू में लेकर अपने शरीर के स्वास्थ्य के बदलाव को प्रभावित कर सकते हैं। एक तकनीक द्वारा अपने आप से बार बार कहे जाने वाले सुझावों को अवचेतन मन के अंदर गहराई तक स्थापित कर सकते हैं।
हमारे दिमाग के बारे में कुछ अनजाने तथ्य
आधुनिक जीवन शैली में समय की कमी एक प्रमुख समस्या बनकर उभरी है. इस कारण से अधिकतर दंपत्ति को प्रेगनेंसी नहीं होने की समस्या देखने में आ रही है. ऐसे में ओवुलेशन किट एक वह तरीका है, जिसकी मदद से कम से कम समय में दंपती संतान प्राप्ति कर सकते हैं.
पूरी दुनिया में हर व्यक्ति की बायोलॉजिकल age ही जरूरी नहीं कि मेन्टल age भी हो. जानिए अपनी मेन्टल age इस वीडियो में
इस आलेख में आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी है |
वैकल्पिक चिकित्सा के रुप में लोकप्रिय हो रहे आयुष शीर्षक के अंतर्गत यूनानी, सिद्ध आयुर्वेद विभाग, योग और प्राकृतिक चिकित्सा की उपयोगिता की जानकारी दी गई है।
इस वीडियो में बता गया है कि A C को ध्यान से गाइडलाइन्स का पालन करते हुए चलाएं तो बिजली का बिल 25% से 35% तक कम हो सकता है।
ओव्यूलेशन किट या स्ट्रिप क्या है । दंपति को ओवुलेशन किट के बारे में बहुत कम जानकारी है। यह गर्भावस्था के लिए सबसे अनुकूल दिनों यानी सर्वोत्तम फर्टाइल दिनों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। ताकि महिलाएं सही समय पर संतान प्राप्ति के लिए बैठक कर गर्भधारण कर सकें। लेख में आपको ओवुलेशन किट से जुड़े अपने सभी मुख्य सवालों की जानकारी मिलेगी। हम कोशिश करेंगे कि इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिल जाएं।
इस वीडियो में बताया गया है कि हमारे लिए मुँह की सफाई रखना क्यों ज़रूरी है ?
इस वीडियो में बताया गया है क्या नहाते हुए पेशाब करना ठीक है ? अगर नहीं तो क्यों ?
इस वीडियो में बता गया है कि क्या तकिया समय समय पर बदलना ज़रूरी है? अगर नहीं बदलेंगें तो क्या होगा?
इस वीडियो में बताया गया है की रोज पैदल चलने के कई फायदे हैं? विस्तृत तरीके से बताया गया है कि हमें इससे क्या क्या लाभ मिल सकते हैं?
गर्भस्थ शिशु को गर्भ संस्कार देने के लिए कुछ छोटे-छोटे नियमों का पालन करना होता है
प्रेगनेंसी के 9 महीने से लेकर शिशु के 2 वर्ष तक होने तक किए जाने वाले कार्य जिससे कि शिशु के मन, मस्तिष्क और शरीर का संपूर्ण विकास हो. सकारात्मक विकास हो. इस कार्य हेतु के जाने वाले संस्कार गर्भ संस्कार कहलाते हैं.
इस वीडियो में बताया गया है डॉक्टरी परीक्षण से पहले या लेबोरेटरी में चिकित्सीय परीक्षा से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपका परिक्षण सही ढंग से हो पाए।
इस वीडियो में बताया गया है कि चीया सीड्स को कब, कैसे और कितना खाना चाहिए और इसको खाने से क्या फायदा होता है।
इस शीर्षक के अंतर्गत उन सभी जानकारियों का वर्णन किया गया है जहाँ महिलाओं के लिए किसी डॉक्टर की सुविधा उपलब्ध न हो। एक महिला के जीवन में आने वाली सभी स्वास्थ्य समस्याओं का उल्लेख और उनके उपाय यहाँ प्रशिक्षित लोगों द्वारा दिए गए हैं।
इस आलेख में जीवन के तथ्यों के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी है |
जीवनशैली में आए बदलावों से हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियां आज जीवन का हिस्सा होती जा रही हैं-यह भाग आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरुकता लाने के लिए जानकारी देने का प्रयास करता है।
आप चाहे जितने साल से धूम्रपान कर रहे हों, पर अगर आपने एक बार मन बना लिया तो धूम्रपान छोड़ने के फायदे आपको पहले 20 मिनट से ही मिलने शुरू हो जाते हैं। कैसे? देखिये इस वीडियो मैं।
हम नहाते हुए शरीर के सारे अंग या तो ढंग से साफ़ नहीं करते और या धोते ही नहीं हैं। और 90% से ज़्यादा लोग यही करते हैं। तो क्या ढंग सही है नहाने का, इसकी जानकारी इस वीडियो में दी गयी है।
पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं का विकास १. शुक्राणु बनने में कितना समय लगता है २. 1 दिन में कितना मानव शुक्राणु का उत्पादन होता है 3.किस उम्र में शुक्राणु बनने लगते हैं
अपने भोजन में परिवर्तन करके और साथ ही साथ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों द्वारा स्पर्म काउंट को बड़ी आसानी से बनाया जा सकता है
पुरुषों में स्पर्म काउंट की समस्या किन किन कारणों की वजह से हो सकती है इस विषय में विस्तृत जानकारी
शहरी जीवन द्वारा संतुलित आहार के अर्थ के बदलने से आज हमारे दैनिक आहार में से मोटा अनाज धीरे-धीरे बाहर होता जा रहा है। इसी क्रम में पोषाहार से जुड़े विषयों को इस भाग में प्रस्तुत किया गया है।
इस वीडियो में पौधों का हमारे जीवन में महत्त्व के बारे में समझाना गया है.
यह भाग प्राथमिक चिकित्सा की उपयोगिता की महत्ता बताते हुए इस बात पर रोशनी डालता है कि किसी भी आपात दुर्घटना या छोटी चोट की स्थिति में प्रत्येक व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी होनी चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान हर छोटी-बड़ी बात का ध्यान रखने की जरूरत है और इस कड़ी में महिलाओं को कौन से कपड़े पहनने चाहिए. इस पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यहां तक कि इस बात का भी खास ध्यान रखना पड़ता है कि कपड़ा किस fabric का है।
प्रेगनेंसी ड्रेसेस कब पहनना शुरू करें यह एक बहुत अच्छा सवाल है। गर्भावस्था के कपड़े पहनने का सही समय हर महिला के लिए अलग हो सकता है। यह काफी हद तक महिला और उसके शरीर की गर्भावस्था के विकास पर निर्भर करता है।