श्रीमती सुलतनी गाँव कैलाश, जिला करनाल ने वर्ष 2001 में कृषि विज्ञानं केंद्र, रा. डे. अनु.सं. करनाल से वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस प्रशिक्षण में इन्होनें पशुओं की नस्ल उनकी बीमारियों से सुरक्षा, पौष्टिक आहार व् स्वच्छ दूध उत्पादन इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त हुई।
इन्होने दुधारू गाय के लिए राष्ट्रीय महिला कोष, गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया से 10,000 रु. का ऋण लिया और गाय खरीदी। दूध बेचकर स्वरोजगार शुरू किया। प्रतिमाह 500 रु. क़िस्त के हिसाब से ऋण चुकता किया और गाय अपनी हो गयी। एक बछड़ी गाय के साथ थी। अगले व्याप्त में भी बछड़ी पैदा हुई। इस समय इनके पास एक से तीन गाय हो गई है। इनके परिवार को भरपूर दूध मिलता है। प्रतिमाह दूध बेचकर करीब 2000 रु. शुद्ध लाभ अर्जित कर रही है।
स्त्रोत: कृषि विभाग, झारखण्ड सरकार
अंतिम बार संशोधित : 2/22/2020
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