उत्तर प्रदेश में ई-शासन
उपलब्ध सेवाएं
ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें।
उपलब्ध सेवाएं
ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें।
उपलब्ध सेवाएं
उपलब्ध सेवाएं
ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें।
उपलब्ध सेवाएं
ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें।
उपलब्ध सेवाएं
ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें।
भौगोलिक सूचना प्रणाली आधारित योजना एटलस
इसके अंतर्गत योजना आयोग के लिए एटलस तैयार किया गया है, जिसमें विकास/ सामाजिक-आर्थिक संकेतकों पर आधारित करीब एक सौ द्विभाषिक नक्शे हैं। संपूर्ण एटलस ऑनलाइन उपलब्ध है और सांख्यिकी पत्रिका के चार हजार संकेतकों पर आधारित त्वरित नक्शा पूछताछ भी संभव है। इस प्रयास ने योजना विभाग को मानवीय रूप से योजना एटलस तैयार करने के लिए आवश्यक समय को अत्यधिक कम करने में सहायता की है।
ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें।
लोकवाणी परियोजना की शुरु आत वर्ष 2004 में इस उद्देश्य के साथ की गई थी कि नागरिक सरकार से संबंधित अपनी शिकायतें आसानी से दर्ज करा सकें और कियोस्क केंद्रों के माध्यम से दायर शिकायतों का निबटारा 15 दिन के भीतर किया जा सके। यह नागरिकों को सरकारी कार्यालयों में आये बिना ही सरकार के साथ संवाद स्थापित करने का मौका देता है। इसके तहत जो सेवाएं दी जा रही हैं, उनमें जन शिकायतों का ऑन लाइन पंजीकरण, निगरानी और निष्पादन, ऑन लाइन भूमि अभिलेख, विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में सूचना, आवेदन पत्र, विकास का र्य-योजनाएं, खर्च, लाभुक तथा जिले में नियोजन के स्थानीय अवसर की जानकारी शामिल है।
भूमि अभिलेखों को कंप्यूटरीकृत कर दिया गया है और यह लोकवाणी वेबसाइट पर ऑन लाइन उपलब्ध है। इसके अलावा जन्म-मृत्यु का ऑन लाइन निबंधन, अनुसूचित जाति-जनजाति का प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाणपत्र आदि सेवाएं भी एकल खिड़की सेवाओं द्वारा मुहैया कराई जा रही हैं। उप्र के 50 से अधिक अन्य जिले लोकवाणी आधारित नागरिक सेवाए लागू करने की शुरुआत कर चुके हैं।
लोकवाणी से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें।
यहाँ कुछ महत्वपूर्ण फॉर्म पीडीएफ रुप में दे रहे हैं जिससे इसे आसानी से डाउनलोड किया जा सके। ये सभी फॉर्म गाजियाबाद के साझा सेवा केंद्र के संचालक(वीएलई) सुनील कुमार द्वारा दिये गये है जिससे अन्य वीएलई को इसका फायदा मिल सके।
स्त्रोत- सुनील कुमार,वीएलई,गाजियाबाद
अंतिम बार संशोधित : 2/21/2020