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कृषि ऋण

कृषि ऋण प्रदान करने वाले बैंक

अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों, जिसमें कृषि एक प्रमुख क्षेत्र है, को उचित ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया था। सर्वांगीण विकास को गति देने के लिए पर्याप्त मात्रा में धन की आवश्यकता होती है। सरकार ने बैंकों को निर्देश दिया कि कृषि क्षेत्र में ऋण आवंटन को प्राथमिकता दें। पंचवर्षीय योजना में कृषि के लिए विशेष बज़ट आवंटन के मद्देनजर किसानों पर निर्भर है कि वे बैंको द्वारा प्रदत्त योजना से किस हद तक लाभ उठाते हैं। कुछ राष्ट्रीय बैंकों की ऋण योजनाएं निम्न प्रकार है-

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया

इलाहाबाद बैंक

किसान शक्ति योजना

  • किसान अपनी पसंद के कार्य में ऋण का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र
  • किसी मार्ज़िन की जरूरत नहीं
  • निजी/घरेलू उद्देश्य के लिए 50 प्रतिशत तक के ऋण राशि का उपयोग किया जा सकता है जिसमें साहूकारों के ऋणों की पुनर्अदायगी भी शामिल होगी।

आंध्रा बैंक

आंध्रा बैंक किसान ग्रीन कार्ड

  • निज़ी दुर्घटना बीमा योजना के अधीन सुरक्षा (पी..आई .एस)

बैंक ऑफ बड़ौदा

  • शुष्क भूमि कृषि के लिए सेकेण्ड हैण्ड ट्रैक्टर्स खरीद योज़ना
  • डीलर्स/वितरक/कृषि आगत के व्यापारी/ पशुधन के लिए आवश्यक पूँज़ी
  • कृषि औज़ारों को किराये पर लेना
  • बागवानी का विकास
  • डेयरी का विकास
  • डेयरी, सुअर पालन, मुर्गी पालन, रेशमकीट पालन इत्यादि में कार्यरत यूनिटों के लिए कार्यगत पूँज़ी।
  • कृषि औज़ारों, साधनों, बैलों की ज़ोड़ी, सिंचाई सुविधाओं के सृज़न हेतु अनुसूचित जाति/जनज़ाति वर्गों को वित्तीय सहायता।

बैंक ऑफ इंडिया

  • स्टार भूमिहीन किसान कार्ड - साझेदारों, काश्तकारी किसानों के लिए।
  • किसान समाधान कार्ड - फसल उत्पादन एवं अन्य संबंधित निवेशों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड
  • बैंक ऑफ इंडिया शताब्दी कृषि विकास कार्ड- किसानों के लिए कहीं भी किसी भी समय बैंकिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक कार्ड
  • संकर बीज़ उत्पादन, कपास उद्योग, गन्ना उद्योग इत्यादि में ठेका कृषि के लिए अनुदान
  • स्वयं सहायता समूह के लिए विशेष योजना और महिलाओं को सशक्त बनाना
  • स्टार स्वरोज़गार प्रशिक्षण संस्थान (एस. एस.पी .एस)- किसानों के लिए उद्यमीय प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु नई पहल।
  • फसल ऋण- 7 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से 3 लाख रुपये तक।
  • सहयोजित सुरक्षा- 50 हज़ार रुपये तक, किसी प्रकार के प्रतिभूति की आवश्यकता नहीं, परन्तु 50 हज़ार से ऊपर के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक के निर्देशों का पालन किया जाएगा।

देना बैंक

देना बैंक- गुज़रात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ एवं दादरा व नगर हवेली एवं केन्द्र शासित प्रदेश में विशेष रूप से सक्रिय

 

  • देना किसान गोल्ड क्रेडिट कार्ड स्कीम
  • 10 लाख रुपये तक की अधिकतम ऋण सीमा
  • बच्चों की शिक्षा को मिलाकर घरेलू व्यय हेतु 10 प्रतिशत का प्रावधान
  • 9 वर्षों तक दीर्घावधि पुनर्अदायगी अवधि
  • कृषि औज़ारों, ट्रैक्टरों, फव्वारा सिंचाई पद्धति, ऑयल इंजन, इलेक्ट्रिक पंप सेट जैसे कृषि उपकरण पर निवेश के लिए ऋण की उपलब्धता
  • 7 प्रतिशत की दर से 3 लाख रुपये तक अल्पावधि फसल ऋण
  • 15 दिनों के भीतर ऋणों का निपटान
  • 50 हज़ार रुपये तक कृषि ऋणों के लिए कोई प्रतिभूति नहीं तथा एग्री- क्लीनिक और एग्री बिज़नेस ईकाई की स्थापना हेतु 5 लाख रुपये।

इंडियन बैंक

  • उत्पादन ऋण - फसल ऋण, चीनी मिल के साथ समझौता और किसान क्रेडिट कार्ड योजना, पट्टेदार, बँटाईदार व मौखिक पट्टेदार को फसल ऋण
  • कृषि संबंधी निवेश ऋण - भूमि विकास, सूक्ष्म व लघु सिंचाई, कृषि कार्यों में मशीन का प्रयोग, रोपाई व बागवानी
  • कृषि संरचित ऋण - किसान बाइक, कृषि बिक्रेता बाइक, कृषि क्लिनिक एवं कृषि व्यवसाय केन्द्र
  • कृषि विकास के लिए समूह ऋण/उधार - संयुक्त साझेदार समूह या स्व-सहायता समूह को ऋण
  • नवीन कृषि क्षेत्र - ठेका कृषि, जैविक कृषि, ग्रामीण भंडार गृह, कोल्ड स्टोरेज, औषधीय व सुगंधीय पौधे, जैव ईंधन फसल आदि

ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स

  • ओरिएंटल ग्रीन कार्ड (ओ.जी.सी.) योजना
  • कृषि ऋण हेतु कम्पोज़िट क्रेडिट योजना
  • शीत भंडारण/गोदाम की स्थापना
  • वित्त पोषण कमीशन एजेन्ट

पंज़ाब नेशनल बैंक

  • पी.एन.बी.किसान सम्पूर्ण ऋण योज़ना
  • पी.एन.बी. किसान इच्छा पूर्ति योजना
  • शीत भंडारण प्राप्तियों की गिरवी के बदले आलू/फसलों का उत्पादन
  • स्व-प्रेरित संयुक्त कृषक
  • वन नर्सरी का विकास
  • बंजरभूमि विकास
  • खुखड़ी/मशरूम, झींगापन एवं कुकुरमुत्ता झींगा उत्पादन
  • दुधारू पशुओं की खरीद एवं देखभाल
  • डेयरी विकास कार्ड स्कीम
  • मछली पालन, सुअर पालन, मधुमक्खी पालन हेतु योज़ना

स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद

  • फसल ऋण एवं कृषि गोल्ड ऋण
  • कृषि उत्पाद का विपणन
  • शीत भंडार/निज़ी गोदाम
  • लघु सिंचाई एवं कुँआ खुदाई योजना/पुराने कुँओं के विकास की योजना
  • भूमि विकास वित्त पोषण
  • ट्रैक्टर, पावर टिलर एवं औज़ारों की खरीद
  • कृषि भूमि/परती/बंजर भूमि की खरीद
  • किसानों के लिए वाहन ऋण
  • ड्रिप सिंचाई एवं छिड़काव
  • स्वयं सहायता समूह
  • एग्री क्लीनिक एवं कृषि व्यापार केन्द्र
  • युवा कृषि प्लस योज़ना

सिंडीकेट बैंक

  • सिंडीकेट किसान क्रेडिट कार्ड (एस. के. सी. सी.)
  • सोलर वाटर हीटर योज़ना
  • एग्री क्लीनिक एवं कृषि व्यापार केन्द्र

विज़या बैंक

  • स्वयं सहायता समूहों को ऋण
  • विज़या किसान कार्ड
  • विज़या प्लान्टर्स कार्ड
  • के. वी. आई. सी. मार्जिन मनी स्कीम- कारीगरों एवं ग्रामीण उद्योग के लिए

किसान क्रेडिट कार्ड

किसान क्रेडिट कार्ड योज़ना

किसान क्रेडिट कार्ड योजना का उद्देश्य बैंकिंग व्यवस्था से किसानों को समुचित और यथासमय सरल एवं आसान तरीके से आर्थिक सहायता दिलाना है ताकि खेती एवं जरूरी उपकरणों की खरीद के लिए उनके वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके।

किसान क्रेडिट कार्ड योजना के लाभ -

  • सरल वितरण प्रक्रिया
  • नकद आपूर्ति के लिए बहुत ही आसान प्रक्रिया
  • प्रत्येक फसल के लिए ऋण हेतु आवेदन की आवश्यकता नहीं
  • किसानों के लिए किसी भी समय ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित करना व किसानों के लिए ब्याज़ के बोझ को घटाना
  • किसानों की सुविधा और विकल्प के अनुसार खाद और उर्वरक की खरीद करना।
  • डीलर से नकद खरीद पर छूट
  • 3 वर्षों तक ऋण सुविधा- हर मौसम में मूल्यांकन की आवश्यकता नहीं
  • कृषि आय के आधार पर अधिकतम ऋण सीमा को बढ़ाना
  • ऋण सीमा के भीतर कई बार राशि का निकालना संभव
  • फसल कटाई के बाद अदायगी का प्रावधान
  • कृषि अग्रिम के अनुसार ब्याज़ दर लागू
  • कृषि अग्रिम के अनुसार प्रतिभूति, मार्जिन एवं प्रलेखन नियम होंगे

किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया -

  • अपने नज़दीकी सार्वज़निक क्षेत्र के बैंक से सम्पर्क कर ज़ानकारी हासिल करें।
  • योग्य किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा और उन्हें पासबुक दिया जाएगा। पासबुक पर किसान का नाम व पता, भूमि ज़ोत का विवरण, उधार सीमा, वैधता अवधि, एक पासपोर्ट आकार का फोटो होगा जो पहचान पत्र का काम करेगा और लेन-देन का लेखा-ज़ोखा रखेगा।
  • खाते का उपयोग करते समय उधारकर्त्ता को अपना कार्ड-सह-पासबुक दिखाना होगा।

उपयोगी सूचना - किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान करने वाले प्रमुख बैंक -

  • इलाहाबाद बैंक- किसान क्रेडिट कार्ड
  • आँध्रा बैंक- . बी. किसान ग्रीन कार्ड
  • बैंक ऑफ बड़ौदा- बी. किसान क्रेडिट कार्ड
  • बैंक ऑफ इंडिया- किसान समाधान कार्ड
  • केनरा बैंक- किसान क्रेडिट कार्ड
  • कॉर्पोरेशन बैंक- किसान क्रेडिट कार्ड
  • देना बैंक- किसान गोल्ड क्रेडिट कार्ड
  • ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स- ओरिएंटल ग्रीन कार्ड (. जी.सी )
  • पंज़ाब नेशनल बैंक- पी. एन. बी. कृषि कार्ड
  • स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद- किसान क्रेडिट कार्ड
  • स्टेट बैंक ऑफ इंडिया- किसान क्रेडिट कार्ड
  • सिंडिकेट बैंक- सिंडिकेट किसान क्रेडिट कार्ड
  • विज़या बैंक- विज़या किसान कार्ड

किसान क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना

“व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पैकेज” किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) धारकों को प्रदान किया जाता है।

योजना की विशेषताएँ

  • शामिल करने का दायराः यह योजना देशभर के सभी किसान क्रेडिट कार्ड धारकों की मृत्यु या स्थायी अक्षमता को शामिल करती है।
  • शामिल किये जाने वाले लोगः 70 वर्ष आयु तक के सभी किसान क्रेडिट कार्ड धारक।
  • जोखिम का कवरेजः इस योजना के अंतर्गत शामिल लाभ इस प्रकार है-
  • दुर्घटना के कारण मृत्यु होना जो कि बाह्य, हिंसक तथा दृष्टिगत कारणों से हो: 50,000 रुपये
  • स्थायी पूर्ण अक्षमता: 50,000 रुपये
  • दो अंग या दोनों आँख या एक अंग तथा एक आँख खो जाने पर: 50,000 रुपये
  • एक अंग या एक आँख खोने पर: 25,000 रुपये
  • मास्टर पॉलिसी की अवधिः 3 वर्षों के लिए मान्य।
  • बीमाकालः जिन मामलों में वार्षिक प्रीमियम भरा जाना हों उनमें बीमा कवर हिस्सा लेने वाली बैंकों से प्रीमियम प्राप्त होने की तारीख से एक वर्ष की अवधि के लिए प्रभावी होगा। तीन वर्ष की अवधि वाले बीमा के मामले में, बीमा काल प्रीमियम प्राप्ति की तिथि से तीन वर्षों तक होगा।
  • प्रीमियमः प्रत्येक किसान क्रेडिट कार्ड धारक के लिए लागू 15 रुपये वार्षिक प्रीमियम में से 10 रुपये बैंक तथा 5 रुपये किसान क्रेडिट कार्ड धारक को देना होता है।
  • संचालन विधिः क्षेत्रवार आधार पर व्यवसाय की सेवा चार बीमा कम्पनियों द्वारा की जा रही है। युनाइटेड इण्डिया इंश्योरेंस कंपनी, आँध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, अंडमान एवं निकोबार, पुड्डेचेरी, तमिलनाडु तथा लक्षद्वीप को कवर करेगी।
  • लागू करने वाली शाखाओं को बीमा प्रीमियम मासिक आधार पर जमा करना होगा एवं उसके साथ उन किसानों की सूची भी देना होगी जिन्हें उस महीने के दौरान किसान क्रेडिट कार्ड जारी किये गये हों।
  • भुगतान के दावा की प्रक्रियाः मृत्यु, अक्षमता के दावों के मामलों में तथा डूबने से मृत्यु होने पर:दावे का निपटारा बीमा कंपनियों द्वारा किया जाएगा। इसके लिए एक अलग प्रक्रिया का पालन करना होगा।

अंतिम बार संशोधित : 2/21/2020



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