इस भाग उद्यम प्राेत्साहन से जुड़े सफल प्रयास के बारे में जानकारी दी गई है।
इस भाग में उद्योग में पंजीकरण से मिलने वाले लाभ की सफलता की कहानी दी गई है।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने असम में महिला अगरबत्ती कारीगरों को सशक्त बनाने तथा स्थानीय अगरबत्ती उद्योग को मजबूत करने के लिए एक अनूठा बिजनेस मॉडल तैयार किया है।
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा सृजित स्व-रोजगार के परिणामस्वरूप कारगिल और लेह के शांत हिमालयी क्षेत्रों में उत्पादन गतिविधियां फलफूल रही हैं।
इस पृष्ठ में कैसे ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक उन्नति का आधार बन रहा है बिहार का मशहूर सुजनी कला, इसके बारे में जानकारी दी गयी है।
इस लेख में झारखण्ड में खादी –विज्ञान द्वारा कैसे स्वरोजगार की संभावनाएं तलाशी जा सकती है, इसके विषय में बताया गया है।
इस पृष्ठ में ट्राइब्स इंडिया द्वारा पर्यावरण अनुकूल राखी जिन्हें उगाया भी जा सकता है , इसकी जानकारी दी गयी है।
इस भाग में अंजू देवी की आत्मनिर्भरता की यात्रा के बारे में जानकारी दी गई है।
इस पृष्ठ में बिहार के बेटी की कहानी है, जिसने विदेश में नौकरी छोड़ कर रेशम की खेती में अपना व्यवसाय बनाया।
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ग्रामीण एसएचजी महिलाओं को प्रति वर्ष कम से कम 1 लाख रुपये कमाने में सक्षम बनाने के लिए एक पहल की शुरुआत की।
इस पृष्ठ में किस प्रकार बिहार के एक जिले की महिलाएं हर्बल गुलाल बनाकर अपन ज़िन्दगी संवार रही है, इसकी जानकारी दी गयी है।