उद्योगों द्वारा उत्पन्न किए जाने वाले खतरनाक अपशिष्ट का प्रबंधन, जैव चिकित्सा अपशिष्ट (प्रबंधन और संचालन) नियमावली, 1989, यथासंशोधित, के अनुसार किया जाना जरूरी है। देश में उत्पन्न किए जाने वाले खतरनाक अपशिष्ट का लगभग 4.4% भाग इस प्रकृति का होता है कि उसे जलाकर नष्ट किया जाना होता है। इसके अलावा, पृथक किए गए कार्बनिक अवशेषों, अत्यधिक सांद्रता वाले बहिस्रावों जैसे कि मदर लिकर और विषाक्त बहिस्रावों को भी, जिनका भौतिक-रासायनिक, जैविक उपचार व्यवहार्य नहीं होता है, जलाकर उचित निपटान करने की आवश्यकता होती है।
खतरनाक अपशिष्ट प्रबंधन के विकल्पों के क्रम सोपान में, क्रमिक रूप से अधिक क्लीन प्रौद्योगिकियों, अधिक क्लीन उत्पादन विकल्पों को अपनाना तथा जलाने एवं सुरक्षित लैंड फिलिंग के लिए भेजने से पहले पुनःउपयोग, पुन:चक्रण, पुनर्प्राप्ति तथा नवीकरण की संभावनाओं को तलाशना शामिल हैं।
अब देश में साझा भस्मक सुविधाएं चालू स्थिति में हैं। बहुत से उद्योगों के खतरनाक अपशिष्ट को जलाकर नष्ट करना एक ऐसा कार्य है जिसके लिए रसायन विज्ञान, तापीय इंजीनियरिंग और पर्यावरण इंजीनियरिंग के विस्तृत ज्ञान और कौशल की आवश्यकता होती है। अत:, इसे ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने साझा भस्मक सुविधाओं का अध्ययन किया और उनके उचित डिजाइन, परिचालन के लिए तथा मानकों को पूरा करने के लिए दिशानिर्देश तैयार किए।
भस्मकों के माध्यम से तापीय ऑक्सीकरण, सभी रूपों में खतरनाक अपशिष्ट को नष्ट करने की एक प्रमाणित प्रौद्योगिकी है, अर्थात, फीडिंग प्रणाली के आधार पर, ठोस/अर्धठोस/द्रव और गैस के रूप में मौजूद अपशिष्टों इसमें नष्ट हो जाते हैं और वे गैर-विषाक्त और गैर-खतरनाक अवशेषों में बदल जाते हैं और हानिकर नहीं रह जाते। यद्यपि यह जटिल खतरनाक अपशिष्ट को नष्ट करने का एक समाधान है लेकिन इसके लिए फीडिंग अपशिष्ट को एकरूप करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट या कचरे की सुसंगतता का फैसला करने, तापीय प्रक्रियाओं और प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों को परिचालित करने एवं बनाए रखने हेतु जानकारी की आवश्यकता होती है, जिसके लिए कौशल और अनुभव चाहिए होते हैं, ताकि साझा खतरनाक अपशिष्ट भस्मक सुविधाओं में पर्यावरणीय विनियमों का अनुपालन किया जा सके।
सिद्धांतत:, साझा भस्मक सुविधाओं से ठोस और द्रव रूपों में ऐसे खतरनाक अपशिष्ट को संचालित करने की अपेक्षा की जाती है जिसमें सदस्य उद्योगों की अलग-अलग प्रकृति होने के कारण उसकी विशेषताओं में बहुत अधिक अंतर होता है। इसके कारण दहन प्रणाली और प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों की दक्षता पर सीधा प्रभाव पड़ता है। अत:, विश्व के दूसरे भागों का अनुभव, विशेषकर ठोस रूप में खतरनाक अपशिष्ट को संचालित करने के मामले में, हमें भस्मक प्रणाली के दहन हिस्से के लिए एक सेट-अप के तौर पर, रोटरी भट्टियां और उसके बाद द्वितीयक दहन चेंबर अपनाने के लिए प्रेरित करता है, जब तक कि अन्य प्रकार के दहन उतनी ही अपेक्षित दक्षता प्रदर्शित न कर दें। अत:, भारत में मौजूदा तीन साझा भस्मक सुविधाओं में भी यही संयोजन है। इसलिए, इस दस्तावेज में दिए गए दिशानिर्देशों में इस सेट-अप को कवर किया गया है।
साझा खतरनाक अपशिष्ट भस्मक सुविधाएं वे सुविधाएं होती हैं जो एक से अधिक उद्योगों से खतरनाक अपशिष्ट यानी कचरे को संचालित करती हैं। इन्हें अभिन्न हिस्से के तौर पर स्थापित किया जा सकता है या फिर कहीं दूसरी जगह भी स्थापित किया जा सकता है।
साझा भस्मक सुविधा के विभिन्न महत्वपूर्ण घटकों में शामिल हैं सही परिवहन, भंडारण, विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला सुविधाएं, फीडिंग प्रणाली, भस्मक प्रणाली (रोटरी भट्टी और दहन-पश्चात कक्ष), गैस सफाई प्रणाली, स्वचालित ऑन लाइन निगरानी और नियंत्रण सुविधाओं के साथ टेल गैस निगरानी सुविधाएं, राख/धातुमल प्रबंधन, ब्लीड/स्क्रबर लिकर प्रबंधन तथा कामगारों की स्वास्थ्य सुरक्षा के उपाय। विनिर्दिष्ट किए गए मानकों का अनुपालन करने के उद्देश्य से, इनमें से प्रत्येक घटक को बनाये रखने संबंधी दिशानिर्देश आगामी अध्यायों में दिए गए हैं।
खतरनाक अपशिष्ट (प्रबंधन और संचालन) नियमावली तथा बाद के संशोधनों और मोटर वाहन अधिनियम सहित विभिन्न अधिनियमों के तहत खतरनाक अपशिष्ट के परिवहन से संबंधित समस्त उपबंधों का हर दृष्टि से (कोडिंग, कंटेनर, मैनिफेस्ट सिस्टम, आदि) उचित अनुपालन किया जाएगा। खतरनाक अपशिष्ट के परिवहन दिशानिर्देशों में निम्नलिखित शामिल हैं, लेकिन ये इन्हीं तक सीमित नहीं होगे-
खतरनाक अपशिष्ट का उत्पादक सुनिश्चित करेगा कि अपशिष्ट या कचरे को इस प्रकार पैक किया जाए कि वह सुरक्षित संचालन, भंडारण एवं परिवहन के लिए उपयुक्त हो। पैकेजिंग पर लेबल साफ नजर आना चाहिए और पैकेजिंग के लिए प्रयोग की जाने वाली सामग्री इस प्रकार की होगी कि वह भौतिक एवं जलवायु संबंधी दशाओं को झेल सके।
उत्पादक सुनिश्चित करेगा कि अपशिष्ट की विशेषताओं से संबंधित जानकारी, विशेषकर क्षयकारी, प्रतिक्रियाशील, दहनीय अथवा विषाक्त होने से संबंधित, लेबल पर दी जाएगी।
सभी खतरनाक अपशिष्ट कंटेनरों पर एक सामान्य लेबल लगाया जाएगा जैसा कि खतरनाक अपशिष्ट (प्रबंधन और संचालन) नियमावली, 1989 में प्रपत्र 8 में दिया गया है।
परिवाहक तब तक किसी कब्जाधारी (उत्पादक) से खतरनाक अपशिष्ट को स्वीकार नहीं करेगा जब तक मालसूची (प्रपत्र 9) की छह प्रतियां (कलर कोड सहित) उपलब्ध नहीं कराई जाती हैं। परिवाहक हस्ताक्षरित और तारीख डाली गई मालसूची की एक प्रति उत्पादक को देगा और शेष चार प्रतियां अपने पास रखेगा जिनका उपयोग खतरनाक अपशिष्ट (प्रबंधन और संचालन) नियमावली, 1989 में विनिर्दिष्ट की गई आगे की कार्रवाई के लिए किया जाएगा, जैसा नीचे बताया गया है-
प्रति 1 (सफेद) |
कब्जाधारी द्वारा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को अग्रेषित की जाएगी |
प्रति 2 (हल्की पीली) |
परिवाहक द्वारा हस्ताक्षर कर कब्जाधारी द्वारा रखी जाएगी |
प्रति 3 (गुलाबी) |
सुविधा के ऑपरेटर द्वारा रखी जाएगी |
प्रति 4 (नारंगी) |
अपशिष्ट को स्वीकार करने के बाद, सुविधा के ऑपरेटर द्वारा परिवाहक को लौटाई जाएगी |
प्रति 5 (हरी) |
निपटान के बाद सुविधा के ऑपरेटर द्वारा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को अग्रेषित की जाएगी। |
प्रति 6 (नीली) |
निपटान के बाद, सुविधा के ऑपरेटर द्वारा कब्जाधारी को लौटाई जाएगी। |
उत्पादक द्वारा प्रपत्र 10, यानी, परिवहन आपातकालीन (टीआरईएम) कार्ड में, परिवाहक को प्रासंगिक जानकारी दी जाएगी जिसमें अपशिष्ट की खतरनाक प्रकृति के बारे में तथा आपातकालीन स्थिति होने पर किए जाने वाले उपायों की जानकारी होगी
अपशिष्ट फीडिंग प्रणाली
गुण |
विकल्प |
उच्च कैलोरी मान वाला अपशिष्ट (कार्बनिक अवशेष) |
तापमान को बहुत अधिक बढ़ने से नियंत्रित करने के लिए प्रत्येक चार्जिंग में ठोस फीड की मात्रा कम की जा सकती है।इसके अलावा, विशिष्ट मामलों में निम्नलिखित का प्रयोग किया जाता है: कम कैलोरी मान वाला तरल अपशिष्ट समानांतर रूप से इंजेक्ट किया जा सकता है; और/अथवा समानांतर रूप से भाप इंजेक्ट की जा सकती है
|
प्रतिक्रियाशील अपशिष्ट जिसे दूसरों के साथ नहीं मिलाया जा सकता
|
सील किए गए ड्रमों को भट्टियों में चार्ज किया जा सकता है। कैलोरी मान के आधार पर, ऐसे अपशिष्ट हेतु सदस्य उद्योग के लिए ड्रम/कंटेनर का आकार विनिर्दिष्ट किया जा सकता है। |
अन्य मिलाया जा सकने वाला ठोस अपशिष्ट जिसका कैलोरी मान मध्यम हो |
जहां तक संभव हो उस सीमा तक एकरूप किए जा सकते हैं और वांछित मात्रा के पैकेट और आवृत्ति में भट्टी में चार्ज किए जाए सकते हैं। |
विशिष्ट सामग्री जो गरम करने पर गल जाती है
|
यहां, संभावना यह होगी कि सदस्य उद्योग से अपेक्षित कंटेनर क्षमता में स्टोर करने को कहा जाए, जिसे बिना गर्म किए सीधे इंजेक्ट किया जा सकता है; या ऐसी प्रणाली उपलब्ध कराई जा सकती है जिसके द्वारा ऐसे ड्रमों को गरम किया जा सकता है और क्लोज्ड-लूप प्रेशराइज्ड नाइट्रोजन के माध्यम से चार्ज किया जा सकता है। |
गुण |
विकल्प
|
अत्यधिक ठोस सांद्रता
|
पूरी तरह बंद (उत्सर्जन को फैलने से रोकने के लिए) स्क्रू पंप विकल्प हो सकते हैं |
ठोसों की अपेक्षाकृत कम सांद्रता/कम गाढ़ापन |
सीमेंट कंक्रीट चार्जिंग के लिए प्रयोग किए जाने वाले जैसे पंपों का उपयोग किया जा सकता है। |
अत्यधिक प्रतिक्रियाशील/ ज्वलनशील द्रव
|
अन्य अपशिष्टों से मिलाए बिना सीधे दहन कक्षों में इंजेक्ट किए जा सकते हैं। कंटेनरों से चार्जिंग क्लोज्ड-लूप नाइट्रोजन प्रेशर परिमार्जन के माध्यम से हो सकती है |
उच्च कैलोरी मान वाले तरल पदार्थ (जैसे कि संदूषित विलायक) |
दहन कक्ष द्वारा अपने डिजाइन किए गए तापमान पर पहुंचने के बाद, सहायक ईंधन आवश्यकता की जगह ले सकते हैं। |
सहायक ईंधन जैसे गुणों वाले द्रव
|
एक बार यह साबित होने के बाद, इन द्रवों का उपयोग दहन कक्षों के प्रारंभिक तापमान को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। लेकिन, ऐसे दावों के समर्थन में मान्यता प्राप्त विश्वसनीय अन्य पक्ष द्वारा विशिष्ट परीक्षण प्रस्तुत किए जाएं। |
कम कैलोरी मान वाले तरल पदार्थ
|
उच्च कैलोरी के ठोस/अन्य विशेष तरल अपशिष्ट फीड के कारण तापमान अत्यधिक बढ़ने से रोकने के लिए इन्हें भट्टियों में इंजेक्ट किया जा सकता है।
|
प्राप्त होने वाले अपशिष्ट के प्रकार के आधार पर, यह साझा भस्मक सुविधा द्वारा यह स्कीम लागू की जाएगी और सदस्य उद्योग संगत कोड संख्या/स्टीकर को रखेगा और साझा भस्मक सुविधा की विश्लेषण प्रयोगशाला द्वारा यह सत्यापित किया जाएगा तथा सुविधा के ऑपरेटर द्वारा उपयुक्त फीडिंग सुनिश्चित की जाएगी।
डाइऑक्सिन
डी-नवो संश्लेषण को पृष्ठभूमि में रखते हुए, फ्लू गैस तापमान को तेजी से कम करके डाइऑक्सिन फिर से बनने को रोकने के लिए कदम उठाना जरूरी है, विशेषकर सक्रिय किए गए कार्बन, आदि द्वारा तेजी से शांत करने/उत्प्रेरक/अवशोषण को अपनाकर 500osup> C से घटाकर 200osup> C से कम करना।
पार्टिकुलेट मैटर
फ्लू गैसों में महीन पार्टिकुलेट या कणिकाओं के लिए विशेषक धूल पृथक करने की प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता होती है जैसे बैग फिल्टर, इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रेसिपिटेटर, आदि फ्लू गैस मानकों को पूरा किया जा सके। इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रेसिपिटेटर्स के मामले में, धूल के कारण विद्युतीय चिंगारियों को रोकने के लिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है ताकि डाइऑक्सिन फिर से न बन सकें और महीन धूलि में अवशोषित न हो पाएं।
पारा
यदि फीडिंग अपशिष्ट में पारा और उसके यौगिक हैं, तो इस बात की पूरी संभावना है कि ये उत्सर्जन हवा में आ जाएंगे। अत: इन उत्सर्जनों पर नियंत्रण के लिए विशिष्ट उपचार की आवश्यकता होती है। (जैसे, सक्रियकृत कार्बन, मर्क्यूरिक क्लोराइड में रूपांतरण और फिर मर्क्यूरिक सल्फाइड में, आदि)
SO2
फीडिंग अपशिष्ट में सल्फर (गंधक) की मौजूदगी से थर्मल ऑक्सीकरण होने पर सल्फर डाइऑक्साइड बनता है, जिसे नियंत्रित करने के उपाय करने होते हैं ताकि मानक पूरे किए जा सकें। पारंपरिक रूप से अपनाई जाने वाली विधि में का क्षार से रगड़कर सफाई की जाती है (जलीकृत चूने या सोडियम हाइड्रोक्साइड इंजेक्शन के साथ क्षार सूखा/गीला स्क्रबर)
एचसीएल & एचएफ
हैलोजन उत्सर्जन को वांछित स्तर तक नियंत्रित करने के लिए, विशेष रूप से क्लोराइडों और फ्लोराइडों को, पारंपरिक रूप से पानी/क्षार के स्क्रबर्स प्रयोग किए जाते हैं।
धुंध (मिस्ट)
प्रायः चिमनी उत्सर्जन सं धुंध को खत्म करने की आवश्यकता होती है। अत:, जहां आवश्यक डि-मिस्टर उपलब्ध कराया जाए।
चिमनी की ऊंचाई
चिमनी की अपेक्षित उंचाई ऊपरोक्त तीन में से अधिकतम होगी।
वायु प्रदूषकों की निगरानी के लिए, जब भी आवश्यकता होगी, चिमनी से स्टैक नमूनों को एकत्रित करने के लिए सीपीसीबी मानदंडों के अनुसार नमूना लेने हेतु प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराए जाएंगे। व्यास संबंधी गणनाओं को अपनाते हुए, मानक सीपीसीबी मानदंडों के अनुसार चिमनी पर छिद्र उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है।
विभिन्न मापदंडों के संबंध में निगरानी की आवृत्ति नीचे दी गई है-
क्रम संख्या |
मापदंड |
स्थान |
आवृत्ति |
1 |
तापमान |
द्वितीयक दहन चेंबर, चिमनी उत्सर्जन |
निरंतर निगरानी |
2 |
कार्बन मोनोऑक्साइड |
चिमनी उत्सर्जन |
निरंतर |
3 |
अधिशेष ऑक्सीजन |
द्वितीयक दहन चेंबर, चिमनी उत्सर्जन |
निरंतर |
4 |
दबाव |
दहन कक्ष |
निरंतर |
5 |
कुल पार्टिकुलेट मैटर |
चिमनी उत्सर्जन |
निरंतर |
6 |
HCl |
चिमनी उत्सर्जन |
निरंतर |
7 |
HF |
चिमनी उत्सर्जन |
हर महीने एक बार, आरंभ में प्रथम वर्ष के लिए। यदि HCL स्क्रबिंग दक्षता के साथ सह-संबंध साबित किया जाता है, तो राज्य बोर्डों/प्रदूषण नियंत्रण समितियों द्वारा उचित रूप से आवृत्ति में छूट दी जा सकती है |
8 |
SO2 |
चिमनी उत्सर्जन |
निरंतर |
9 |
NOx |
चिमनी उत्सर्जन |
निरंतर |
10 |
TOC |
चिमनी उत्सर्जन |
निरंतर |
11 |
प्रज्वलन पर हानि (LOI) |
दहन प्रक्रियाओं से अवशेष (धातुमल/राख) |
- वही - |
12 |
पारा |
चिमनी उत्सर्जन |
वर्ष में दो बार, नाजुक परिचालन दशाओं में |
13 |
भारी धातुओं |
चिमनी उत्सर्जन |
वर्ष में दो बार, नाजुक परिचालन दशाओं में |
14 |
डाइऑक्सिन और फुरान |
चिमनी उत्सर्जन, राख/धूल, स्क्रबर लिकर, क्वेन्च लिकर |
वर्ष में दो बार, नाजुक परिचालन दशाओं में |
स्थानीय विनियामक बोर्ड/समिति द्वारा निरंतर निगरानी डेटा देखने के लिए ऑनलाइन पहुंच उपलब्ध कराई जाएगी तथा परिचालनों और विनियामक अपेक्षाओं के साथ अनुपालनों का पूरा ब्योरा देते हुए वार्षिक पर्यावरण रिपोर्ट प्रकाशित करने तथा जनता को उपलब्ध कराने की आवश्यकता होगी।
(21 - Os)Es
Es = ------------------- x (EM)
(21 - Om)
जहां,
Es = ऑक्सीजन सांद्रता के मानक प्रतिशत पर गणना की गई उत्सर्जन सांद्रता
Em = मापी गई उत्सर्जन सांद्रता
Os = मानक ऑक्सीजन सांद्रता
Om = मापी गई ऑक्सीजन सांद्रता
मापी गई सांद्रताओं में उपर्युक्त सुधार केवल तब किया जाएगा जब मापी गई % ऑक्सीजन सांद्रता मानक % ऑक्सीजन सांद्रता (अर्थात, 11%) से अधिक हो
सारांश देने से पहले, निम्नलिखित डाइबेन्जो-पी-डाइऑक्सिन्स और डाइबेन्जोफुरान्स की द्रव्यमान सांद्रताओं को उनके विषाक्तता तुल्यता कारकों के साथ गुणा करके डाइऑक्सिनों और फुरानों की कुल सांद्रता की गणना की जाएगी-
|
कान्जनर का नाम |
विषाक्तता तुल्यता कारक |
2,3,7,8 |
टेट्राक्लोरोडाइबेन्जोडाइऑक्सिन |
1.0 |
1,2,3,7,8 |
पेन्टाक्लोरोडाइबेन्जोडाइऑक्सिन |
0.5 |
1,2,3,4,7,8 |
हेक्साक्लोरोडाइबेन्जोडाइऑक्सिन |
0.1 |
1,2,3,6,7,8 |
हेक्साक्लोरोडाइबेन्जोडाइऑक्सिन |
0.1 |
1,2,3,7,8,9 |
हेक्साक्लोरोडाइबेन्जोडाइऑक्सिन |
0.1 |
1,2,3,4,6,7,8 |
हेप्टाक्लोरोडाइबेन्जोडाइऑक्सिन |
0.01 |
|
ऑक्टाक्लोरोडाइबेन्जोडाइऑक्सिन |
0.001 |
2,3,7,8 |
टेट्राक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.1 |
2,3,4,7,8 |
पेन्टाक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.5 |
1,2,3,7,8 |
पेन्टाक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.05 |
1,2,3,4,7,8 |
हेक्साक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.1 |
1,2,3,6,7,8 |
हेक्साक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.1 |
1,2,3,7,8,9 |
हेक्साक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.1 |
2,3,4,6,7,8 |
हेक्साक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.1 |
1,2,3,4,6,7,8 |
हेप्टाक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.01 |
1,2,3,4,7,8,9 |
हेप्टाक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.01 |
|
ऑक्टाक्लोरोडाइबेन्जोफुरान |
0.00 |
दहन चेंबरों से राख/धातुमल को हटाने के लिए वाटर लॉकिंग व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।
जहां उपयुक्त हो, सुविधा में ही या सुविधा के बाहर राख/धातुमल की रीसाइक्लिंग के विकल्पों का पता लगाया जाए। धातुमल के घुलनशील अंश पर निर्भर करते हुए, जैसा संबंधित प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित किया जाए, धातुमल का उपयोग धातुओं के उपयोग के लिए, जैसे सड़क निर्माण सामग्री, आदि के तौर पर किया जा सकता है।
सूखा धातुमल और राख (दहन प्रक्रियाओं, बॉयलर धूलि के अवशेष, दहन गैसों के उपचार के अवशेष, आदि) को बंद थैलों, कंटेनरों, आदि में रखा जाएगा ताकि उत्सर्जनों को फैलने से रोका जा सके।
निकास गैसों की सफाई के अपशिष्ट जल के लिए उपयुक्त उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।
यह उपचारित अपशिष्ट जल निपटान के विशिष्ट बहिस्राव मानकों के अनुरूप होगा।
यदि जबरन वाष्पीकरण को क्वेन्च/स्क्रबर लिकर के लिए एक उपचार विकल्प माना जाता है, तो कार्बनिक उत्सर्जन, यदि कोई हों, एकत्र करके भस्मक में लौटाए जाएंगे।
इन लिकर्स को फिर से सिस्टम में फीड करने से सांद्रता के स्तर बढ़ सकते हैं। इसलिए, पर्याप्त सिंक क्षमता सुनिश्चित की जाएगी।
सुविधा का मुख्य कार्यकारी अधिकारी भस्मक सुविधा पर समस्त कार्यकलापों के लिए जिम्मेदार है। वह एक उपयुक्त संगठनात्मक संरचना लागू कर सकता है और जिम्मेदारियों का उचित आबंटन कर सकता है। यह संगठननात्मक संरचना विनियामक अधिकारियों को साइट पर उपलब्ध कराई जाएगी। संदर्भ के लिए एक सामान्य संगठनात्मक संरचना चित्र-I में दिखाई गई है।
चित्र-I
अंतिम बार संशोधित : 2/21/2020
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