गांधी जी ने कहा था कि पृथ्वी हर आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को पूरा करने के लिए नहीं। ऊर्जा संरक्षण की आवश्यकता को नीचे दिये गये तथ्यों द्वारा उल्लिखित किया गया है:
एक पुरानी भारतीय कहावत है जो इसका इस तरह वर्णन करती है - पृथ्वी, जल और वायु हमारे माता पिता से प्राप्त हमारे लिए एक उपहार नहीं है बल्कि हमारे बच्चों के लिए कर्ज़ है। इसलिए हमें ऊर्जा संरक्षण को एक आदत बनाने की जरूरत है।
घर में ऊर्जा का उपयोग प्रकाश, खाना पकाने, हीटिंग के लिए और अन्य घरेलू उपकरणों के संचालन के लिए किया जाता है। कुछ नीचे दिये गये तरीकों का उपयोग कर इन क्षेत्रों में ऊर्जा के प्रयोग में बचत की जा सकती है।
अल्प ऊर्जा, अधिक प्रकाश - सीएफएल
इस प्रकार, ऊर्जा संरक्षण कर एवं बिजली खपत में बचत कर, हम उन गाँवों तक बिजली पहुँचाने में मदद कर सकते हैं जहाँ आज तक बिजली नहीं पहुँची है।
विवरण |
60 वाट का बल्ब |
15 वाट का सीएफएल बल्ब |
बचत |
बल्ब की कीमत |
10 रुपये |
116 रुपये |
- |
वाट |
60 रुपये |
15 रुपये |
45 रुपये |
टिकाऊ रहने की अवधि |
6 माह, 1 हजार घंटा |
4 वर्ष, 8 हजार घंटा |
|
प्रति वर्ष बिजली खपत |
115 यूनिट |
36 यूनिट |
79 यूनिट |
प्रति वर्ष कीमत 2.75 रुपये प्रति यूनिट की दर से |
316.25 रुपये |
99 रुपये |
217.25 |
चार वर्ष का कुल लागत |
1265 रुपये |
396 रुपये |
869 रुपये |
स्रोत- आँध्र प्रदेश गैर परंपरागत ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड
तरल पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) और इसका प्रयोग
एलपीजी क्या है?
तरल पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) ऐसे हाइड्रोकार्बनों का एक मिश्रण है जो एक सामान्य तापमान और दाब पर गैसीय अवस्था में होते हैं, लेकिन इनके आसान संग्रहण के लिए इन्हें दाब द्वारा तरल किया जाता है। इस प्रकार इन्हें दाबानुकुलित सिलेंडर में लाने ले जाने में आसनी होती है। इसे कच्चे तेल को शुद्ध कर या प्राकृतिक गैस के फ्रैक्शनेशन द्वारा प्राप्त किया जाता है। एलपीजी में ब्यूटेन और प्रोपेन हाइड्रोकार्बन के मुख्य तत्व होते हैं। अन्य छोटे खंडों में मौजूद रहने वाले तत्व आइसो-ब्यूटेन, ब्यूटीलीन, एन-ब्यूटेन, प्रोपीलीन आदि हैं।
एलपीजी का क्या उपयोग है?
एलपीजी को एक सबसे सुरक्षित, सस्ते, पर्यावरण के अनुकूल और स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित खाना पकाने वाले ईंधन के रूप में देखा जाता है। घरों में प्रयोग करने के अलावा एलपीजी को विभिन्न औद्योगिक और व्यापारिक संस्थानों में प्रयोग किया जाता है।
बाजार में उपलब्ध एलपीजी सिलिंडरों का मानक आकार क्या है?
सामान्य रूप से, ग्रामीण, पहाड़ी और निर्जन इलाकों में एलपीजी सिलिंडरों का वजन 5 किलोग्राम और घरेलू प्रयोग के लिए ये सिलेंडर 14.2 किलोग्राम के वजन में उपलब्ध हैं। औद्योगिक और व्यापारिक प्रयोग के लिए 19 किलोग्राम और 47.5 किलोग्राम के सिलेंडर उपलब्ध हैं। कुछ निजी कंपनियां घरेलू प्रयोग के लिए 12 किलोग्राम के सिलिंडर बेचती हैं।
क्या घरेलू सिलिंडरों को मोटर वाहनों, एलपीजी से चलने वाले अन्य उपकरणों या गैर घरेलू कामों में प्रयोग किया जा सकता है?नहीं। मोटर वाहनों या अन्य गैर घरेलू कामों के लिए घरेलू एलपीजी सिलिंडरों के प्रयोग पर एलपीजी नियंत्रण कानून के अंतर्गत प्रतिबंध है।
कौन-कौन सी कंपनियां भारत में घरेलू प्रयोग के लिए सिलिंडर उपलब्ध करवाती हैं?
नीचे दी गई सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां यह कार्य कर रही हैं
निजी क्षेत्रों की कंपनियों के कुछ उदाहरण
नया घरेलू एलपीजी कनेक्शन लेने के लिए क्या करना चाहिए?
घरेलू कनेक्शन लेने के लिए घरेलू एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध करवाने वाली किसी भी कंपनी के विक्रेता से संपर्क किया जाना चाहिए। समीप के विक्रेता के विषय में जानने के लिए उस कंपनी की वेबसाइट पर देखें।
नए कनेक्शन के लिए आवेदन करते समय नीचे दिए गए किसी भी आवास प्रमाण के दस्तावेज का होना आवश्यक है:- राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलिफोन बिल, पासपोर्ट, रोजगार प्रमाणपत्र, फ्लैट आबंटन/स्वामित्व पत्र, गृह पंजीकरण के दस्तावेज, एलआईसी पॉलिसी, मतदाता पहचान पत्र, किराए की रसीद, आयकर विभाग द्वारा जारी पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस। हालांकि, कुछ राज्यों में नए कनेक्शन के लिए राशन कार्ड आवश्यक है।
सिलिंडर और रेग्यूलेटर के लिए एक सिक्योरिटी राशि डिपोजिट जमा करनी पड़ती है। सिक्योरिटी डिपोजिट जमा करने पर एक सब्स्क्रिपशन वाउचर मिलता है। इस वाउचर को संभाल कर रखना चाहिए क्योंकि भविष्य में कनेक्शन के हस्तांतरण के लिए इसकी आवश्यकता पड़ती है।
घरेलू एलपीजी कनेक्शन के हस्तांतरण की क्या प्रक्रिया है?i. शहर के अंदर या पड़ोस के शहर में स्थानांतण
ii. बहुत दूर के इलाके में कनेक्शन का स्थानांतरण
एलपीजी लगाते हुए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
जहां पर गैस लगानी हो वह स्थान काफी महत्वपूर्ण होता है। यदि निम्न सावधानियां बरती जाएं तो रसोई में होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। जहां पर गैस सिलिंडर लगाया जाना हो वह जगह हवादार होनी चाहिए और वहां पर हवा की आवाजाही आसनी से होनी चाहिए। एलपीजी को ऐसे कमरे में प्रयोग नहीं करना चाहिए जहां पर खिड़की या दरवाजे बंद हों।
एलपीजी सिलिंडर के प्रयोग के लिए सुझाव
i. खाली एलपीजी सिलिंडर को हटाना
iii. भरे हुए सिलिंडर को लगाना
iv. बर्नर्स को जलाने के लिए
v. अन्य
उपभोक्ताओं के लिए सामान्य सुरक्षा सुझाव-
i. रबड़ ट्यूबिंग और प्रेशर रेग्यूलेटर के बारे में याद रखने वाले तथ्य
प्रेशर रेग्यूलेटर भी काफी महत्वपूर्ण है। यह सिलिंडर वॉल्व के आउटलेट से जुड़ा होता है। इसका काम सिलिंडर से स्टोव तक जाने वाली गैस की दबाव को नियंत्रित करना होता है।
ii. गैस सिलिंडर लेते समय ध्यान रखने योग्य तथ्य
iii. गैस सिलिंडर का प्रयोग करने से पहले याद रखने योग्य तथ्य
iv. गैस सिलिंडर का प्रयोग करने के बाद क्या करें
यदि गैस की गंध आए तो क्या करना चाहिए?
गैसीय अवस्था वाली एलपीजी रंगरहित और गंधरहित होती है इसीलिए इसमें एक विशेष प्रकार की गंध डाली गई है जिससे रिसाव होने पर पहचान की जा सके। इसे हवा में विस्फोट होने के 1/5 गुना पहले सूंघ कर पहचाना जा सकता है।
यदि गैस की गंध आए तो,
सिलेन्डर की समाप्ति
यह तथ्य कइयों को मालूम नहीं होता है कि पुनर्भरण तथा वितरण के लिए भेजने से पहले एलपीजी सिलेंडरों का आवधिक सांविधिक परीक्षण करना होता है| एलपीजी सिलेंडरों की तीन ऊर्ध्वाधर स्टे प्लेटो (साइड स्टेम) में से एक पर एक सावधानी तारीख का उल्लेख किया जाता है|
तारीख को ए या बी या सी या डी और एक दो-अंकीय संख्या के रूप में अल्फा संख्यानुसार कोड दिया जाता है| अक्षर तिमाहियों को दर्शाते हैं – ए मार्च में समाप्त तिमाही के लिए, बी जून में समाप्त हुई तिमाही के लिए, और इसी तरह से बाकी भी| अंक उस वर्ष को दर्शाते हैं जब सिलेंडर को वैधानिक परीक्षण के लिए भेजा जाना हो|
यदि उपभोक्ताओं को पता लगता है कि सांविधिक परीक्षण के लिए भेजने लायक सिलेंडरों की आपूर्ति की जा रही हैं, तो वे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सम्बंधित अधिकारी या विस्फोटक के मुख्य नियंत्रक अथवा पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (http://peso.gov.in) को सूचित कर सकते हैं|
एलपीजी सिलेंडर की समाप्ति की तारीख उपभोक्ताओं के लिए गैस कनेक्शन के साथ स्टोव लेने की बाध्यता नही
गैस वितरकों से किसी भी अन्य ब्रांड का एलपीजी स्टोव या अन्य कोई सामग्री खरीदने के लिए ग्राहकों पर कोई बाध्यता नहीं है। ग्राहक अपने मनपसन्द के किसी भी स्रोत से एलपीजी स्टोव खरीदने के लिए स्वतंत्र हैं। ग्राहकों को यह बात प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में विज्ञापनों के माध्यम से बताई जा रही है, इसके अलावा एलपीजी सिलेंडर की नकद रसीद में यह सन्देश शामिल करने के साथ-साथ भावी ग्राहकों को सूचना पत्र के द्वारा भी सूचित किया जा रहा है।सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने सूचित किया है कि ग्राहक सेवा को बढ़ाने, अपने ग्राहकों के लिए मूल्य संवर्द्धन करने और सही गुणवत्ता के सुरक्षित और विश्वसनीय उत्पादों को उपलब्ध कराने के लिए वे अपने एलपीजी वितरकों को कुशल एलपीजी स्टोव, सुरक्षा एलपीजी पाइप, ज्वालारोधी रसोईघर कवच, पोर्टेबल अग्निशमन यंत्र, किचन के सामान (प्रेशर कुकर, नॉनस्टिक बरतन, इंडक्शन कुकर आदि), लौ प्रकार का एलपी गैस लाइटर और रसोई घर के अन्य सामान / घरेलू वस्तुओं प्रमुख ब्रांडों के विक्रय की अनुमति दे रही हैं। इस कारोबार पहल का इंडियन ऑइल कॉरपोरेशन (आइओसी) द्वारा "नॉन फ्युएल बिज़नेस एक्टिविटी”, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) द्वारा "बियॉन्ड एलपीजी” और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) द्वारा “अलाइड रिटेल बिज़नेस” नाम दिया गया है।
मंत्री महोदय ने बताया कि जब भी ओएमसी किसी भी नए कनेक्शन की रिलीज के समय किसी भी अन्य उत्पाद/हॉट प्लेट की ज़बरदस्ती बिक्री की शिकायत प्राप्त करती हैं तो इनकी जांच की जाती है। यदि शिकायत जायज़ होती है तो दोषी एलपीजी वितरक के खिलाफ विपणन अनुशासन के दिशा निर्देशों (एमडीजी) के प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही की जाती है।
स्रोत: http://pib.nic.in
अन्य उपयोग
पुनः चक्रित कागज
कागज बनाते समय पुनः चक्रित कागज कम प्राकृतिक संसाधन और कम विषाक्त रसायन का उपयोग करता है। यह बताया गया है कि 100 प्रतिशत अवशेष कागज से एक टन कागज का निर्माण किया जा सकता है।
* यह लगभग 15 वृक्षों को बचाता है।
* लगभग 2500 किलोवाट ऊर्जा की बचत करता है।
* लगभग 20 हजार लीटर पानी बचाता है।
* लगभग 25 किलो ग्राम वायु प्रदूषण को कम करता है।
कृषि क्षेत्र में ऊर्जा का उपयोग मुख्य रूप से सिंचाई/पानी बाहर पम्पिंग के लिए और अन्य कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है। मामूली सुधार के साथ प्रभावित करने और आईएसआई चिह्नित पंपों के द्वारा इन पंप की दक्षता में 25% से 35% सुधार की संभावना आ जाती है।
अंतिम बार संशोधित : 2/21/2020
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