क्र.सं. |
फूल का नाम |
पौधों की ऊँचाई (सें.मी.) |
फूलों का रंग |
प्रसारण विधि |
बुआई/रोपाई की दूरी (सें.मी.) |
फूलने का समय (रोपाई/बुआई के बाद) |
अभ्युक्ति |
1 |
स्वीट एलाइसम |
20-30 |
सफेद, बैंगनी, गुलाबी |
बीज |
15 |
1.5-2.0 माह |
बीज बोकर फ़ालतू पौधों को निकाल दें |
2 |
एंटिरहाइनम |
50-75 |
नील के अतिरिक्त सभी रंग एवं उनका मिश्रण |
बीज |
20-40 |
20-40 |
गुलदस्ता के लिए उत्तम। |
3 |
आर्कटोटिस |
40-50 |
सफेद, पीला, नारंगी, लाल |
बीज |
30-45 |
3-4 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम। |
4 |
कैलेंडुला |
30-45 |
पीला, नारंगी, हल्का पीला, बादामी |
बीज |
20-25 |
2-3 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम। |
5 |
30-60 |
सभी रंग |
बीज |
20-25 |
3-4 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
|
6 |
कार्न फ्लावर |
60-90 |
सफेद, गुलाबी, बैंगनी, नीला |
बीज |
20-25 |
3-3.5 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
7 |
स्वीट सुलतान |
45-60 |
सफेद, पीला, बैंगनी |
बीज |
30 |
3-3.5 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
8 |
एनुअल क्राइसेंथेमम |
45-75 |
सफेद, पीला, नारंगी |
बीज |
30-45 |
3 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
9 |
कॉसमोस |
60-150 |
सफेद, गुलाबी, लाल, पीला, बैंगनी |
बीज |
30-45 |
2-3 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
10 |
डहेलिया |
30-150 |
सफेद, पीला, लाल, कत्थई एवं मिश्रित |
बीज |
30-45 |
2-3.5 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
11 |
लार्कस्पर |
30-90 |
नीला, बैंगनी, सफेद, गुलाबी |
बीज |
20-30 |
2-3.5 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
12 |
डायन्थस |
30-40 |
सफेद, लाल, गुलाबी एवं मिश्रित |
बीज |
30 |
3-4 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
13 |
स्वीट विलियम |
30-40 |
सभी रंग (नीला छोड़कर) |
बीज |
30 |
3-3.5 माह |
गुलदस्ता के लिए उत्तम |
14 |
कैलीफोर्नियन पॉपी |
30-45 |
पीला, नारंगी |
बीज |
20 |
3-4 माह |
झुंड में लगाने के लिए उत्तम |
15 |
कैंडीटफ्ट |
20-30 |
सफेद, बैंगनी, हल्का गुलाबी |
बीज |
15-20 |
3 माह |
बॉर्डर में लगाने के लिए |
16 |
स्वीट पी |
100-200 |
सभी रंग एवं मिश्रित |
बीज ` |
15-18 |
3 माह |
सहारा देने की आवश्यकता |
17 |
मैजिक कारपेट |
10-15 |
सभी रंग एवं मिश्रित |
बीज |
15-20 |
3 माह |
धूपवाली जगह में लगायें |
18 |
पिटूनिया |
30-40 |
सभी रंग एवं मिश्रित |
बीज |
20-30 |
3-3.5 माह |
पिछात लगाने से ग्रीष्म ऋतु में फूलता है |
19 |
पॉपी |
45-60 |
सफेद, गुलाबी, लाल |
बीज |
25-30 |
1.5-2.5 माह |
झुंड में लगाने के लिए |
20 |
फ्लाक्स |
30-45 |
सभी रंग |
बीज |
20-25 |
3-3.5 माह |
बॉर्डर के लिए |
क्र.सं. |
फूल का नाम |
पौधों की ऊँचाई (सें.मी.) |
फूलों का रंग |
प्रसारण विधि |
बुआई/रोपाई की दूरी (सें.मी.) |
फूलने का समय (रोपाई/बुआई के बाद) |
अभ्युक्ति |
1 |
एमेरेन्थस |
60-125 |
लाल, पीली, मिश्रित, पत्तियाँ |
बीज |
30-45 |
- |
मुख्यत: शोभाकार (पत्तियों के लिए ) |
2 |
कोचिया |
45-100 |
हरी महीन पत्तियों की शोभा |
बीज |
30-45 |
- |
मुख्यत: शोभाकार (पत्तियों के लिए) |
3 |
कास्मिया |
60-100 |
नारंगी, पीला |
बीज |
30-45 |
2.5-3.0 माह |
झुंड में लगाने के लिए उत्तम |
4 |
क्लिओम |
60-120 |
गुलाबी, बैंगनी, सफेद, मिश्रित |
बीज |
30-45 |
2-3 माह |
झुंड में लगाने के लिए उत्तम |
5 |
गोम्प्र फीना (बटन फ्लावर) |
30-60 |
बैंगनी, सफेद, गुलाबी |
बीज |
25-30 |
2-2.5 माह |
कम देख-रेख की आवश्यकता |
6 |
गैलार्डिया |
30-45 |
लाल, पीला, नारंगी, मिश्रित |
बीज |
20-25 |
3-3.5 माह |
प्रत्येक ऋतु में उगाया जा सकता है |
7 |
जिनिया |
15-100 |
नीला रंग को छोड़कर सभी |
बीज |
30-45 |
2-3 माह |
प्रत्येक ऋतु में उगाया जा सकता है |
8 |
बालसम |
30-45 |
लाल, सफेद, पीला, बैंगनी, गुलाबी |
बीज |
30-45 |
2.5-3.0 माह |
विभिन्न रंगों में उपलब्ध |
9 |
टिथोनिया |
75-100 |
नारंगी, लाल |
बीज |
30-45 |
2.5-3.0 माह |
झुंड के लिए उत्तम |
|
गुलाब |
ग्लेडियोलस |
जरबेरा |
मौसम |
बहुवार्षिक शीत एवं बंसत ऋतु में अच्छा पुष्पन। खुली धूप में अच्छी पैदावार। |
शीत और बंसत ऋतु में अच्छा पुष्पन। खुली धूप में अच्छी व बेहतर पैदावार। |
सालों भर। थोड़ी छांव झेल सकता है लेकिन खुली धूप में बेहतर पैदावार। |
मिट्टी |
मटियार दोमट से दोमट मिट्टी जो की जीवांश युक्त हो व जल निकास भी अच्छा हो। पी.एच. 6.5-7.5 |
बलुई दोमट मिट्टी जो की जीवांश युक्त हो व जल निकास का अच्छा प्रावधान हो। पी.एच. 7 के आसपास |
जीवांश युक्त अच्छे जल निकास वाली दोमट से लेकर बलुई दोमट मिट्टी, पी.एच.7 के आसपास। |
उन्नत प्रभेद |
मनीपाल, फर्स्ट रेड, नोबिलिए (निर्यात के लिए), सुपरस्टार, रक्तगंधा, मोंट्जुआ, ग्लेडिएट (खुले में लगाने के लिए) |
लाल-अमेरिकन ब्यूटी, यूरोविजन, गुलाबी-रोज सुप्रीम, सप्लाज, पीला-जेक्सन विले गोल्ड, जेस्टर, नोवा लक्स नीला-हर मेजस्टी, विंड सॉग सफेद-सेनसरी। |
डायना, ग्लोरिया, रोजेटा, प्रिसिल, जी.बी.आर.-1, जी.बी.आर-5 |
बीज/कंद/पौधा की मात्रा |
22,250 पौधे/ हें. |
1.65 लाख कंद/हें. |
83,350 पौधे/हें. |
लगाने की विधि |
30-40 सें.मी. व्यास व गहराई वाला गड्ढा खोदकर पौधा मिट्टी के साथ लगाना। |
कंदों को कैप्टान/बैविस्टीन 02 के घोल में 30 मिनट डुबाने के बाद 8 से 10 सें.मी. की गहराई में लगाया जाता है। |
पौधे के कई भाग को काटकर उन्हें 30 मिनट तक बैविस्टीन के घोल में डुबोकर लगाएं। |
लगाने का समय |
अक्टूबर-नवम्बर |
सितम्बर-नवम्बर |
सितम्बर-नवम्बर |
लगाने की दूरी |
60 x 60 सें.मी. |
30 x 20 सें.मी. |
40 x 30 सें.मी. |
सिंचाई |
गर्मी में सप्ताह में दो बार व सर्दी में एक बार । |
गर्मी में सप्ताह में दो बार व सर्दी में एक बार। |
गर्मी में सप्ताह में दो-तीन बार व सर्दी में 7-10 दिन में। |
खाद की मात्रा |
कम्पोस्ट 30-40 टन/हें., यूरिया 600 किलो/हें., एस.एस.पी. 1000 किलो/हें., एम.ओ.पी. 300 किलो/हें. । |
कम्पोस्ट 20-25 टन/हें., यूरिया 350-400 किलो/हें., एस.एस.पी. 700-800 किलो/हें., एम.ओ.पी. 200 किलो/हें. |
कम्पोस्ट 20-25 टन/हें., यूरिया 250-300 कि./हें., एस.एस.पी. 500 कि./हें., एम.ओ.पी. 150 कि./हें. |
उपज |
2.0-3.0 लाख फूल/ हेक्टेयर/ वर्ष |
2.0-2.1 लाख स्पाइक/ हेक्टेयर 2.5-3.0 लाख कंद/ हेक्टेयर |
8-10 लाख फूल/ हेक्टेयर |
|
गेंदा |
रजनीगंधा |
मौसम |
सालों भर। खुली धूप में बेहतर पैदावार |
गर्मी एवं बरसात। खुली धूप में अच्छी व बेहतर पैदावार |
मिट्टी |
अच्छे जल निकास वाली दोमट मिट्टी, पी.एच.7 के आसपास |
बलुई दोमट या दोमट मिट्टी जो की जीवांश युक्त हो व जिसमें जल निकास का अच्छा प्रावधान हो। पी.एच. 6.5-7.5 |
उन्नत प्रभेद |
अफ्रीकन गेंदा, पूसा बसंती, पूसा नारंगी, लेमन ड्राप, ऑरेंज ड्राप, फ्रेंच गेंदा फ्लेम एवं रस्टीरेड। |
रजतरेखा एवं प्रज्जवल (सिंगल) तथा सुवासिनी (डबल) |
बीज/ कंद/ पौधे की मात्रा |
1.5 किग्रा. प्रति हेक्टेयर |
1.65 लाख कंद/हेक्टेयर |
लगाने की विधि |
नर्सरी बेड में बिचड़ा तैयार कर के खेत में लगाएं। |
कंदों को 0.2 कैप्टान के घोल में 30 मिनट डुबोकर 4.5 सें.मी. की गहराई में लगाएं। |
लगाने का समय |
खेत में बिचड़ा जुलाई-अगस्त, अक्टूबर व फरवरी में लगाएँ। |
अप्रैल-जून |
लगाने की दूरी |
20 सें.मी. x 20 सें.मी. फ्रेंच या 40 सें.मी. x 30 सें.मी. अफ्रीकन। |
30 सें.मी. x 20 सें.मी. |
सिंचाई |
गर्मी में सप्ताह में दो बार व सर्दी में एक बार |
गर्मी में 5 दिन में एक बार व सर्दी में 10 दिन में एक बार |
खाद |
कम्पोस्ट 20-25 टन/हेक्टेयर, एन-100, पी.-60, के.-60 किग्रा./हें. |
कम्पोस्ट 25-30 टन/हें., एन.-150, पी.-75, के.-75 किग्रा./हें. |
उपज |
150-200 क्विंटल/हेक्टेयर |
150-200 क्विंटल/हेक्टेयर |
स्त्रोत: कृषि विभाग, झारखण्ड सरकार
अंतिम बार संशोधित : 2/21/2020
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